बज़्म ए शमअ में परवाने चले आते हैं सौज़ ए शमअ रू दीवाने चले आते हैं. बज़्म ए शमअ में परवाने चले आते हैं सौज़ ए शमअ रू दीवाने चले आते हैं.
मै एक शायरी , एक गजल हूँ ! मै एक शायरी , एक गजल हूँ !
काश तुम होते तो यूं न नम ये आंखें होती, दिल से दिल मिलते तो कुछ फिर बातें होती, काश तुम होते तो चा... काश तुम होते तो यूं न नम ये आंखें होती, दिल से दिल मिलते तो कुछ फिर बातें होती,...