चले आते है
चले आते है
बज़्म ए शमअ में परवाने चले आते हैं
सौज़ ए शमअ रू दीवाने चले आते हैं
मस्तो की भीड़ में मस्त निगाह परी पैकर
दीदार ए हुस्न ए परी मस्ताने चले आते हैं
कूचा ए दिलरुबा पूर खुमार ए जाम में
लज़्जत ए जाम को मयखाने चले आते हैं
ज़ौ फ़गन ए हुस्न ए फबन रू ए खूब रू
रूबरू ए सनमआं सनमखाने चले आते हैं
लाला ओ गुलज़ार में तन्हा बुलबुल हसन
गुलज़ार में वोह गुल महकाने चले आते हैं।
