काश तुम होते
काश तुम होते
काश तुम होते तो यूं न नम ये आंखें होती,
दिल से दिल मिलते तो कुछ फिर बातें होती,
काश तुम होते तो चांदनी राते होती,
ठहरता वक्त वहीं पर, फिर कुछ मुलाकातें होती,
काश तुम होते तो यूं न नम ये आंखें होती।
काश तुम होते तो यूं न थमी ये सांसे होती,
शम्मा परवाने को जला आग में फिर न रोती,
काश तुम मेरे मंजर की एक मंजिल होती,
लम्हा लम्हा जिक्र तेरा और फिक्र तेरी होती,
काश तुम होते तो यूं न नम ये आंखें होती।

