झूमे आज तिरंगा ये
झूमे आज तिरंगा ये
मस्त पवन के झोकों में
झूमे आज तिरंगा ये ।
देश की खातिर जिसने
बहा दी खून की गंगा ये ।।
गली - मोहल्ले और चौबारे
गगन गूंजता नारों से ,
नाम रहे दुनिया में रोशन
झिलमिल चांद - सितारों में ।
लड़े चलो तुम वीर सिपाही
कसम है हिंदुस्तान की ,
नज़र मिला के डगर मोड़ दो
आए अगर तूफान भी ।
प्यारा झंडा यह हमारा
तीन रंगों में रंगा है ।
देश की खातिर जिसने
बहा दी खून की गंगा ये ।।
आजाद भगत का ये बलिदान
भूल नहीं हम कभी पाएंगे ,
हिंदू ,मुस्लिम, सिक्ख,ईसाई
हम वन्दे मातरम् गाएंगे ।
मेहमा बनकर आए दुश्मन
सबक उन्हें सिख लाएंगे ,
हंसते - हंसते वतन की खातिर
यारो शहीद हो जाएंगे ।
गद्दारों का मेरे देश में
नाच न होगा अब नंगा ये ।
देश की खातिर जिसने
बहा दी खून की गंगा ये ।।