चुनाव आ गया
चुनाव आ गया
प्रजातन्त्र का हथियार जनता का चुनाव आ गया
चुनने जननायक देश विचारों का बहाव आ गया
करना न कोई बहाना ,जाकर बूथ पर बटन दबाना
फ़सना न किसी लालच तुम देना साथ जो लगे सच
करने अपने मत का अधिकार ,वो पड़ाव आ गया
खूब भरमाएंगे नेता तुमको शब्ज्बाग खूब दिखायेगे
फैसला सही गलत का तुमको ही करना भय न डरना
बहने भावो के दरिया बेहिसाब वो बहाव आ गया
कौन है देश रक्षक कौन जन भक्षक ये जानकार देना
पहले क्या जरूरी देश या स्वार्थ लोभ ये मानकर देना
बहने घूम घुमैया लालच तलैया वो घुमाव आ गया
भविष्य देश का फ़ैसला एक तुम्हारा अब तय करेगा
भ्र्स्टाचार बेरोजगार आतंकवाद खत्म अब कौन करेगा
चलेगी गाँव गली कूटनीति करने रिश्ता खराब आ गया
न बढ़े दूरिया दिलो की चुनाव न हिले किले किलो की
जिसको चाहो चुनना मगर न बहे दरिया नफ़रतों की
रक्षा सुरक्षा विकाश खातिर चुनाव का दबाव आ गया