मिट्टी में मिल जाना
मिट्टी में मिल जाना
मिट्टी में एक दिन मिल जाना तो,
हमारा तन भी तो मिल जाना तो।
जन्म से मुसाफ़िर हर एक इंसान,
अंत में मिट्टी में मिलना हर इंसान।
हमारा तन-बदन मिट्टी का हमेशा,
हमारी सांसे सारी उधार की सदा।
मिट्टी से दिलदारी रखते हम यारों,
मिट्टी का शरीर तो घमंड क्यूँ यारों।
ओढ़ के मिट्टी की चादर मिट्टी होगें,
एक दिन हम सब भी दास्तान होगें।
कुछ हस्तियाँ मिट्टी से पत्थर हो गए,
भूल गए कि अंत में मिट्टी उन्हें होना।
हम सभी की औकात मिट्टी जैसे तो,
याद रखें अंत में मिट्टी में मिल जाना।