मेरी हिंदी,तू तो सबको भाती है
मेरी हिंदी,तू तो सबको भाती है
मेरी हिंदी मेरी हिंदी...2
तू तो सीधी बोली है,
सबसे प्यारी ये भाषा है,
सबसे प्यारी ये भाषा है....2
हर किसी के जुबां को भाती है,
सबके दिल में बस जाती है -2
तेरे शब्द रूप हैं अनेक
तू तो देवनागरी कहलाती है -2
मेरी हिंदी मेरी हिंदी...2
तू तो सीधी बोली है,
सबसे प्यारी ये भाषा है,
सबसे प्यारी ये भाषा है....2
वर्णमाला के सारे अक्षर
और पाँच अक्षर बतलाएं स्वर -2
तेरे उत्सर्ग और प्रत्यय तो
भाषा को उत्कृष्ट बनाते हैं -2
(मुखड़ा )
मेरी हिंदी मेरी हिंदी...2
तू तो सीधी बोली है,
सबसे प्यारी ये भाषा है,
सबसे प्यारी ये भाषा है....2
संस्कृत से जन्मी और बढ़ी ,
अलंकारों की सुंदर सी लड़ी -2
समास, संज्ञा, सर्वनाम, कारक की झड़ी,
तू तो समृद्ध भाषा कहलाती है -2
(मुखड़ा )
मेरी हिंदी मेरी हिंदी...2
तू तो सीधी बोली है,
सबसे प्यारी ये भाषा है,
सबसे प्यारी ये भाषा है....2
तर्ज :
"ओये कुड़िये...ओये कुड़िये
तेरे तन से फिसल ना जाए -2
ये लाल दुपट्टा मलमल का -2
