धन्य है डाक विभाग
धन्य है डाक विभाग
ग्रामीण डाक सेवक,
डाक विभाग की शान है,
पोस्टमैन की अलग पहचान है.
कोरोना काल में,
पूरी शिद्दत से सेवारत हैं.
यह सच्चे कोरोना योद्धा,
जनसेवा में व्यस्त हैं.
सर्दी गर्मी बरसात ,
इन्हें रोक नहीं सकती,
कर्तव्य पथ दुर्गम क्षेत्र,
टेढ़े मेढ़े रास्ते,चले जा रहे है,
सेवा के वास्ते.
किसी की दवाई पहुंचानी है,
तो किसी का मनीऑर्डर.
बैंक जेब में रखे घूमते हैं,
चलते फिरते एटीएम है.
कल की ही बात थी,
बुधिया को तेज बुखार था.
घर में पैसा नहीं,
ऊपर से रविवार था.
सच में आज वह,
बहुत परेशान था.
पोस्टमैन ने,
उसकी समस्या की दरकिनार,
अंगूठा लगवाया,
बैंक खाते के पैसे दे दिए.
उसके लिए हुआ चमत्कार.
भगवान ने भेजा मददगार.
दोनों हाथ उठा कर उसने दुआ दी,
धन्य हैं डाक विभाग,
जिसने सेवा की अलख जगा दी.
