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Hardik Mahajan Hardik

Inspirational

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Hardik Mahajan Hardik

Inspirational

बीत गयी जो घड़िया

बीत गयी जो घड़िया

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बीत गयी जो घड़िया, अब वो तुमसे 

रूबरू हो नही सकता ! 


तलाश ना करो ज़माने में, उसकी अब 

वो कह नहीं सकता ! 


ना कर ख्वाबों से उनके, मिलने की 

ख्वाहिशें कभी "हार्दिक", 


बनता बिखरता हर पल, उनका उनसे 

हूबहू हो नहीं सकता ! 


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