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Prem Bajaj

Inspirational

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Prem Bajaj

Inspirational

सब्र

सब्र

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घबराना नहीं झुक जाना नहीं , हार कर बैठ जाना नहीं,

आगे कदम बढ़ाते जाना , पीछे कभी हटाना नहीं ।


काम करो सब हंसते-गाते , सारी मुश्किलें आसान हो जाते, 

अच्छे बच्चे सदा सच कहते , झूठ को कभी ना वो अपनाते ।


सदा सपने देखो सुहाने तुम, मेहनत के बनो दीवाने तुम, 

खेल-कूद खूब करो, मगर पढ़ाई से भागने के ना करो बहाने तुम।


नहीं आए प्रथम तो क्या, द्वितीया , तृतीया भी कोई कम नहीं, 

 ग़र नहीं होते उत्तीर्ण तुम , तो भी मानो ग़म नहीं।


सजल बनो, सजग बनो, नभ में कीर्ति अपनी फहराओ तुम।

 इतने ऊंचे उठ जाओ पेड़ों के जैसा हवा में लहराओ तुम।


मीठा बोलो कोयल सा , धरती सा तुम जिगर रखो,

ना मिले कभी कामयाबी तो फिर से संघर्ष करो और थोड़ा सब्र रखो ।



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