विधा- गीत विषय- ऐसा हो अपना हिंदुस्तान
विधा- गीत विषय- ऐसा हो अपना हिंदुस्तान
मन में भरा एक सुंदर सपना सा लेकर अरमान
देश में हो सकते हैं असहाय एकता गणतन्त्र अपना हिंदुस्तान।
जात-पात धर्म भेदक इंसान को माने
एक दुसरे के सुख दुःख को सब अपना सा ही जाने।
गरीब अमीर में बैमनस्य लेकर कुरेद भी न मन जान
देश में हौसलेमंदी एकता गणतन्त्र अपना हिंदुस्तान।1
मन में सब भाषाओं का जुड़ाव पाया हो
हिंदी को राष्ट्रीय भाषा में स्तर में स्वाभिमान हो।
जीवन में अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने में आदेश दें ।
देश में हो सकते हैं असहाय एकता गणतन्त्र अपना हिंदुस्तान।2
देश प्रेम का ध्येय हमारा जनरेशन को देना संदेश
संस्कार और उच्चविचारों का नैतिकता का बना हुआ भेष
हमको एक साथ अपना पग हर दिशा में लेकर निशान।
देश में हो सकता है असहाय एकता गणतन्त्र अपना हिंदुस्तान।3