नव वर्ष
नव वर्ष
नव उल्लास भरे जीवन में,
नव चेतना उर में भर जाए
दुख के बादल को चीर,
सुख का सूर्य चमक जाए
हर चेहरे पर खुशियां आएं,
हर बस्ती खुशहाल रहे.
जन जन सुखी रहे हरदम,
भारत मेरा गुलजार रहे.
विश्व शांति की करें कामना,
दिल में हो सेवा की भावना.
कोई उपेक्षित न रह जाए,
ऐसा हम सत्कर्म करें.
छोड़ गिले शिकवे हम सारे,
अहंकार को अपने मारें.
वैर भाव को दफन करें,
दानवता का पतन करें.
मिलकर हम शुरुआत करें,
नेह प्रीति की बात करें.
जाति धर्म के झगड़ों से,
हम अपने को दूर करें.
चारो तरफ खुशहाली आये,
हर बच्चा शिक्षित हो जाए.
हर हाथ को काम मिले,
किसान को सम्मान मिले.