STORYMIRROR

Sweta Sardhara "shwetgzal"

Inspirational

4  

Sweta Sardhara "shwetgzal"

Inspirational

स्वार्थ

स्वार्थ

1 min
397

खुद को बिखर कर आपको जोड़ा 

आपको पाने के वास्ते खुद को छोड़ा


दिया आपको हैसियत से भी ज्यादा

बस पास रखा है अपना कुछ थोड़ा 


आपका स्वाभिमान बनने के लिए 

जिद और आत्मविश्वास अपना तोड़ा


आपको चाहिये यहां जिस्मानी संगत 

बस इश्क मांगे मेरा दिल अकेला खड़ा


ये मतलबी ओ की दुनिया है " श्वेत "

यहां हर जगह स्वार्थ इश्क से है बड़ा 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational