स्वार्थ
स्वार्थ
खुद को बिखर कर आपको जोड़ा
आपको पाने के वास्ते खुद को छोड़ा
दिया आपको हैसियत से भी ज्यादा
बस पास रखा है अपना कुछ थोड़ा
आपका स्वाभिमान बनने के लिए
जिद और आत्मविश्वास अपना तोड़ा
आपको चाहिये यहां जिस्मानी संगत
बस इश्क मांगे मेरा दिल अकेला खड़ा
ये मतलबी ओ की दुनिया है " श्वेत "
यहां हर जगह स्वार्थ इश्क से है बड़ा।
