सुनो...... बटोही
सुनो...... बटोही
बड़े सलीके से झूठ को सत्य बना देते हैं।
तेज खंजर से दोस्ती पर वार कर देते हैं।
बेहद शातिर है लोग यहां पर....
सत्ता मिलते ही निहत्थों पर वार कर देते हैं!
हो ख्यालात जिनके गंदे रखना दूर उन्हें अपने से।
वह सुख में तो साथ देंगे दुख में मिलेंगे दुश्मनों से।
कभी ऐतबार मत करना।
यहां साथ कोई नहीं चलता।
बुरा वक्त आने पर सिर्फ ....
साथ अपनों का है मिलता!
भूल जाना तुम हर सितम को, हर जिल्लत को।
नफरतों का बाजार गरम मत करना।
वार सह लेना खुद पर....
पर पुश्तों पर वार मत करना।
सच होगा जो उभर आएगा ।
इक दिन दरों दीवार चीरकर।
वक्त पर भरोसा रख......
उसे कमजोर मत समझना!
हिम्मत बनाए रख....
तपने दे खुद को वक्त की भट्ठी मॆं।
अगर आज सोना है तो
निकलना कल हीरा बनकर ।
सीख ले लेना बुरे वक्त से
हौसला रख बस...
तू मत जाना उस राह पर।
बहुत जल्द बदल जाएगा सब कुछ।
रखना विश्वास अपनों की दुआओं पर।
रखना विश्वास अपनों की दुआओं पर।