अगर नारी ना होती
अगर नारी ना होती


अगर नारी ना होती,
ये दुनिया इतनी प्यारी ना होती,
होता सब कुछ पर फिर भी
खलती किसी चीज़ की कमी,
होते सब साथ, पर फिर भी
महसूस होता कुछ अधूरा अधूरा सा,
लगता सब सूना सूना और
आंखों में होती नमी,
उस वक़्त हर कोई यही सोचता,
यही कहता, काश !
काश ! अगर होती नारी,
तो ये दुनिया बन जाती कितनी प्यारी।