एक छोटा बच्चा
एक छोटा बच्चा
बाल रचना 4
एक छोटा बच्चा
छोटा सा एक बच्चा था ,
अकल का वो कच्चा था।
मस्ती बस वो करता रहता,
हरदम ही वो सोता रहता।
काम ना कोई वो करता था,
डांट स्कूल से खाता था ।
ऊंचा घर-घराना था उसका,
काम हुक्म चलाना था उसका।
नकल मार सदा पास हो जाता,
ऐंठ कर फिर भी वो था चलता।
मां-पापा संग गया घूमने मेला,
छूटा हाथ मां का रह गया अकेला।
आता नहीं कुछ पढ़ना उसको,
घर का पता भी भूला उसको।
रो-रोकर जब हुआ वो बेहाल,
समझ में आई पढ़ाई की चाल।
खाई कसम नहीं करूंगा लापरवाही,
खूब मन लगा कर अब करूंगा पढ़ाई।
