देखो वो बादल
देखो वो बादल
चलो
इस बादल को
साथ ले चलते हैं।
छोड़ कर जाने को
मन नहीं करता।
इसे सिरहाने रख कर
तारे देखते-देखते
सो जाएंगे हम !
ये बनेगा हमारा
नरम..मुलायम तकिया।
इसे लगा कर सोने से
हो सकता है,
मज़ेदार सपने आएं !
जिन सपनों में
हम इस बादल पर
हो कर सवार
दुनिया घूम आएं !
इंद्रधनुष का झूला
झूल पाएं !
चाँद का खिलौना
संग ले आएं !
मुट्ठी भर तारे
बटोर ल
ाएं !
देखें तो सही
बादलों के पार से
दुनिया दिखती है कैसी ?
अच्छा फिर भी
मन ना भरे,
तो बुढ़िया के बाल जैसे
इस गुलाबी बादल को
गप से
मुंह में रख लेंगे !
मिठास को घुलने देंगे !
और अगर ये करना भी
ठीक ना लगे..
तो रुई के फाहे से
इस बादल को
मरहम की तरह
हौले से रख देंगे
किसी की गुम चोट पर
शायद उसे आराम आ जाए।
चलो ना !
ले चलते हैं
अपने साथ
प्यारा-सा ये बादल।