दोस्ती
दोस्ती
माफ़ कीजिएगा खरीदने वालों
दोस्ती नहीं है इतनी सस्ती
कि उसे हर कोई ख़रीद सके
ये तो है इतनी महँगी
काश ही उसे आप निभा सके
शर्म करो बेचने वालों
दोस्ती नहीं है इतनी महँगी
की उसे सिर्फ़ अमीर पा सके
ये तो है इतनी सस्ती
काश ही उसे आप समझ सके
दोस्त से बढ़कर
कोई ख़ुदा नहीं
दोस्ती से बढ़कर
इस दुनिया में
और कहीं ख़ुदाई नहीं।
