वसुधैव कुटुंबकम ने इसी पावन धरा पर स्वर्ग बसाया है। वसुधैव कुटुंबकम ने इसी पावन धरा पर स्वर्ग बसाया है।
मूंद लूँ मैं आँखें इत्मीनान के साथ गर मेरी ये इल्तिज़ा कबूल हो जाए। मूंद लूँ मैं आँखें इत्मीनान के साथ गर मेरी ये इल्तिज़ा कबूल हो जाए।
वहशी पुरुषों तुम दो अग्निपरीक्षा, हम नहीं कातर। वहशी पुरुषों तुम दो अग्निपरीक्षा, हम नहीं कातर।
गरीब अमीर में एक ही बसीयाना शिक्षा तेरी कितनी परीक्षा। गरीब अमीर में एक ही बसीयाना शिक्षा तेरी कितनी परीक्षा।
झरोखों से ग़रीबों के निकलता हैं गुब्बार का धुआँ मकान से अमीरों के सफेद धुओं के छल्ले निकलते है झरोखों से ग़रीबों के निकलता हैं गुब्बार का धुआँ मकान से अमीरों के सफेद धुओं के ...
कोई किसी की इज्जत नहीं करते। कोई किसी की इज्जत नहीं करते।