दिल तेरा होना चाहता है
दिल तेरा होना चाहता है
कोई खास वजह नहीं है
करीब तुम्हारे आने की,
तुम्हें अपना बनाने की,
तुमसे दिल लगाने की।
बस इतना मालूम है कि,
तुम्हें निगाह भर देख लूं तो,
सुकून सा मिलता है,
इन दिनों कहीं तुझ में ही गुम,
मेरा वजूद भी मिलता है।
दिल चाहता है कि कहूं बहुत सी बातें,
तुमसे मगर कहा कभी न जाता है,
न जाने कैसी बेचैनी है,
जो होंठ मेरे सी जाता है,
जरा झांक कभी इस दिल में , जो
तेरा होना चाहता है।