यादों का सफर
यादों का सफर
यादों का सफर यूं ही चलता रहा
तुम मुझे हर रास्ते पर मिलते रहे
और मै तुम्हें हर रास्ते पर पाती रही
चाहे कैसे भी थे रास्ते , पर तुम मेरे साथ थे
चाहे कितनी भी मुश्किल आई
पर हमने गुजारे हंसकर सारे पल
तू जो साथ था तो सब वक्त गुजर गया
तेरे बिना कभी एक भी कदम ना चली
ना चल पाऊंगी कभी तेरे बिना
साथ जो तेरा छूटा
तो वहीं पर मेरे रास्ते छूट जाएंगे
तू जो है तो मैं हूं , और तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं हूं
यादों का सफर यूं ही चलता रहा
तुम मुझे हर रास्ते मिलते रहे
और मैं तुम्हें हर रास्ते पर पाती रही॥
जानती हूं तुम समझ रहे होंगे
कि मैं नादान हूं , पर तेरे बिना मैं बेजान हूं
तू चाहे कुछ भी समझ ले
पर तू ही मेरी जान है ,और तेरे बिना मैं बेेेेजान हूं
तेरा साथ जो है तो मुझे किसी का डर नही
तेरे बिना मैं अधूरी हूं
तू जो कहे तो छोड़ दूंगी दुनिया
तेरे कहने पर तो रब को भी ना मानूं
बस इतना ही है तुझे मानूं अपना रब
और तो बस यही है कि
यादों का सफर यूं ही चलता रहा
तुम मुझे हर रास्ते मिलते रहे
और मैं तुम्हें हर रास्ते पर पाती रही ॥

