Inactive account
बुर्का और घूँघट अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं। बुर्का और घूँघट अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं।
अंत में यह साल मानव जीवन को झकझोरने वाला है, बहुत कुछ सबक सिखाने वाला भी रहा हैं। अंत में यह साल मानव जीवन को झकझोरने वाला है, बहुत कुछ सबक सिखाने वाला भी रहा हैं...
सुबह की पहली किरण मुझे झिंझोड़ के जगाया करतीं थी ! सुबह की पहली किरण मुझे झिंझोड़ के जगाया करतीं थी !
श्रुति अब अपने बगीचे में फूलों की नर्सरी के द्वारा अपने अकेलेपन को दूर करती हैं। श्रुति अब अपने बगीचे में फूलों की नर्सरी के द्वारा अपने अकेलेपन को दूर करती हैं।
भई क्षमा करो हमे उस दिन थोड़ा दिमाग का पारा चढ़ा हुआ था। भई क्षमा करो हमे उस दिन थोड़ा दिमाग का पारा चढ़ा हुआ था।
शारदा की जब आँख खुली तो अपने आप को अस्पताल में पाया ! शारदा की जब आँख खुली तो अपने आप को अस्पताल में पाया !
कुछ दिनों के बाद,,,, शीला के मुख पर गर्व की लहर उठी थी! कुछ दिनों के बाद,,,, शीला के मुख पर गर्व की लहर उठी थी!
परन्तु मास्टर जी ने तो आज कसम खाई थी कि वे शाम को रश्मि की खबर लेंगे। परन्तु मास्टर जी ने तो आज कसम खाई थी कि वे शाम को रश्मि की खबर लेंगे।
अब दादाजी की बात को सुनकर वीरा का आत्मविश्वास फिर से लौट आया । अब दादाजी की बात को सुनकर वीरा का आत्मविश्वास फिर से लौट आया ।