2020:-
2020:-
साल 2020, "बड़ा ही उतार चढ़ाव वाला था यह साल जिंदगियां लड़ी थी, खड़ी थी इस साल" इन पंक्तियों से मैं अपनी बात को शुरू करूँगा, जिंदगी के अनेक रूपों को मानव के समक्ष प्रकट करता है, इस साल ने हमे यह शिखाया दिया है कि मनुष्य को अपने आप को प्रकृति से महान न समझना चाहिए बल्कि मनुष्य स्वयं प्रकृति का एक अभिन्न अंग है, महामारियां आती जाती रही