धंसता आधार
धंसता आधार
सोच में अवरोध क्यों है
सांत्वना में क्रोध क्यों है
कामना में बौद्ध क्यों है
यह कोई समझाए दे |
अफसराई भ्रष्ट क्यों है
न्याय पाना नष्ट क्यों है
सत्यता को कष्ट क्यों है
यह कोई समझाए दे |
शासकों में फूट क्यों है
राष्ट्रव्यापी लूट क्यों है
समर्थकों को छूट क्यों है
यह कोई समझाए दे |
राजनेता पुष्ट क्यों है
आवाम इतनी रुष्ट क्यों है
जवाबदारी दुष्ट क्यों है
यह कोई बतलाए दे |
झूठ का व्यापार क्यों है
दुष्ट का आभार क्यों है
धंस रहा आधार क्यों है
यह कोई बतलाए दे।