STORYMIRROR

Sujata Khichi

Others

4  

Sujata Khichi

Others

हे प्रभु कैसे मिलोगे

हे प्रभु कैसे मिलोगे

1 min
324


प्रभु मुझको बतादो

कैसे तुम मुझको मिलोगे कौन सी मैं राह जाऊँ

किस विनय से तुम रिझोगे 

हे दीन प्राणी जानले तूं गर ये मन में ठान ले तूं

दे, प्रगर इन बातों पे ध्यान 

फिर है तूं मेरे समान 

द्रव्य का अभिमान ना कर 

देह का गुमान ना कर 

लोभ पर अधिकार ना कर 

दीन को दुत्कार ना कर 

झूठ का व्यवहार ना कर 

कपट का व्यापार ना कर 

मोह से तू प्यार ना कर 

नैया डूबादे वो यार ना कर

बुजुर्ग का निरादर नहीं कर 

दुष्ट का आदर नहीं कर 

काम के प्राधीन ना हो 

बासना में लीन ना हो 

दान में यू दीन ना हो 

उदारता में हीन ना हो 

कष्ट दे वो काम ना कर 

दान में तूं नाम ना कर 

माया के अर्पण नहीं बन 

हरी नाम में कर्षण नहीं बन 

ये सब बातें कर तू लेगा 

साथ मैं तेरे रहूँगा जब जरूरत मेरी पड़ेगी

हर जगह तुम को मिलूंगा।


Rate this content
Log in