STORYMIRROR

Jai Singh(Jai)

Fantasy Inspirational

3  

Jai Singh(Jai)

Fantasy Inspirational

"देश नाचेगा सारा "।

"देश नाचेगा सारा "।

1 min
199

म्हारा  रवि  ऐसा  लड़ा, जैसे  भूखा  बाघ।

लगा पटकनी चित किया,धूर कजाकी घाघ।


धूर कजाकी घाघ,ऊत ने बुडका काट्या।

भल  मानस  इंसान,  बुराई  तै  नाटया।


लावेगा पदक जीत, देश नाचेगा सारा।

कुश्ती में नंबर वन, बना हरयाणा म्हारा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy