" राखी का त्यौहार "
" राखी का त्यौहार "
आया सावन मास में,राखी का त्यौहार
मंगल गावे माँ बहन,खुशी रहे नर नार
खुशी रहे नर नार , डोर भीमा ने बांधी
दिला बहन अधिकार,न्याय की लाए आंधी
उठा कलम निज हाथ,बहन ने पाई माया
भूल गई अहसान ,जुबां ना भीमा आया।
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आया सावन मास में,राखी का त्यौहार
मंगल गावे माँ बहन,खुशी रहे नर नार
खुशी रहे नर नार , डोर भीमा ने बांधी
दिला बहन अधिकार,न्याय की लाए आंधी
उठा कलम निज हाथ,बहन ने पाई माया
भूल गई अहसान ,जुबां ना भीमा आया।
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