रिवायत इश्क़ की
रिवायत इश्क़ की
रिवायत इश्क़ की तुम तो भूल गए
हम तो तुम्हारे थे तुम हमें छोड़ गए
ज़माने के खौफ़ से हमें छोड़ दिया
वादा जो किया था तुम वो तोड़ गए
यहाँ भी मोड़ आया मजबूरियों का
जाते जाते तुम तो हमें भी तोल गए
वो महफिले वो बातें सब याद हैं
अँधेरो के साथ तुम हमें छोड़ गए
जहाँ से निकले थे वहीं आ गए हम
मोहब्बत में तुम तो हमें तोड़ गए
तेरी बेवफ़ाई का कोई ग़म नहीं जाँ
इऱफान टूटा हुआ था तुम और तोड़ गए.

