" नमन नमन गुरु बाल "
" नमन नमन गुरु बाल "
निर्माता वो देश का, पूजे देश जहान
देखो सद्गुरु का सदा, हुआ जगत में मान
हुआ जगत में मान, शिष्य में तर्क बढाता
बढे यश चहुँ ओर, उसे इंसान बनाता
करें तिमिर का नाश, विषमता दूर भगाता
नमन नमन गुरु बाल, नमन भविष्य निर्माता।
