पता नही
पता नही
पता नही कि विश्व सारा
किस तरफ़ है जा रहा
कुछ तो कहने लगे हैं
विश्व युद्ध आ रहा ।
पुतिन कहता मैं सही हूँ
जैलिंसकी कहे मैं सही
सच्चा कौन दोनों में है
पता नही, पता नही ।
चीन किसका साथ देगा
भारत साथ देगा किसका
अमेरिका, नाटो क्या करेंगे
ना पता किसी को इसका ।
दुनिया है बँटी हुई
दो धड़े हैं बन गए
युद्ध भूमि में वहाँ
ना जाने कितने मर रहे ।
ये लड़ाई सत्य की है
या ये है अहंकार की
तमाशा देखे दुनिया सारी
किसी को पता नही ।
युद्ध होगा, मौतें होंगी
और जो बचे रहेंगे
पता नही कैसे जिएँगे
याद कर कर उन्हें वे ।
लाशों का अम्बार होगा
क्या ये सब है सही
युद्ध को इस, रोक दे जो
क्या है कोई, पता नही ?