निराशा के बाद ही आए आशा इसीलिए तो हर आशा मोड़ दूँ मैं। निराशा के बाद ही आए आशा इसीलिए तो हर आशा मोड़ दूँ मैं।
फूली सरसों सा हुआ, मेरा भी है हाल / ठण्डक बिन पुट सूखते, तुसार परे तो काल // फूली सरसों सा हुआ, मेरा भी है हाल / ठण्डक बिन पुट सूखते, तुसार परे तो काल //
भले ही दीपक अंधेरे को अपने अंदर ही समेटना चाहता था ताकि उन बच्चों का ध्यान वहां न ... भले ही दीपक अंधेरे को अपने अंदर ही समेटना चाहता था ताकि उन बच्चों...
जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है। जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है।
रवि सा तेज लिए ललाट पर रंगभूमि में वह कौन आया है रवि सा तेज लिए ललाट पर रंगभूमि में वह कौन आया है
माँ काली के चरणों में। क्यों ? था न बसंत सबके लिए समान ? माँ काली के चरणों में। क्यों ? था न बसंत सबके लिए समान ?