जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है। जाग जा मेरे मन अब तू भी, रात ये बीती दिन ये नया है।
बजने लगते हिय में बाजे जब दिल के तार जुड जाते हैं। बजने लगते हिय में बाजे जब दिल के तार जुड जाते हैं।
नीड़ में बैठे बच्चों के हम, मुंह में पाया करते थे नीड़ में बैठे बच्चों के हम, मुंह में पाया करते थे
खग कुछ..है रात भर घूमे ठग कुछ...है रेत में भोर बूने हर कूचे हर कसबे के दीवाने पुरपेच खग कुछ..है रात भर घूमे ठग कुछ...है रेत में भोर बूने हर कूचे हर कसबे के दीव...
सु स्वप्न हारता रहा, तुम्हें पुकारता रहा। सु स्वप्न हारता रहा, तुम्हें पुकारता रहा।
चिड़िया मरती नित-नित जहॉं, सहमे खग के हाल से।। चिड़िया मरती नित-नित जहॉं, सहमे खग के हाल से।।