सुख समृद्धि घर-घर बरसे सुन लो मेरी पुकार। हम रज तेरे चरणों की नमन करो स्वीकार। सुख समृद्धि घर-घर बरसे सुन लो मेरी पुकार। हम रज तेरे चरणों की नमन करो स्व...
इनके कारण वर्षा होती, मन बात समझ वो जाए। इनके कारण वर्षा होती, मन बात समझ वो जाए।
फिर उसका फल पाकर देखो। फिर उसका फल पाकर देखो।
माथे की बिंदी सा, रंग लाल रज का, मेरा सम्मान है.. माथे की बिंदी सा, रंग लाल रज का, मेरा सम्मान है..
माँ काली के चरणों में। क्यों ? था न बसंत सबके लिए समान ? माँ काली के चरणों में। क्यों ? था न बसंत सबके लिए समान ?
करो तिलक अब पावन रज का, गीत गायों देशप्रेम का। करो तिलक अब पावन रज का, गीत गायों देशप्रेम का।