Pratibha Mahi
Drama
पद रज तिलक
लगाकर देखो
फिर उसका
फल पाकर देखो।
तुमको बुला रह...
तू अपना सा लग...
कलाएँ संस्कार...
देखो माटी का ...
सुर-ताल सी मै...
दिवाली हम मना...
माँ बेटे का प...
बहती है गंगा ...
मैं शमा यूँही...
कितनी दूर चला आया हूँ मैं, ज़िंदगी की इस लम्बी यात्रा में, कितनी दूर चला आया हूँ मैं, ज़िंदगी की इस लम्बी यात्रा में,
मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है
तुम मैं आप यही लहजे है तबाह के पहले लक्षण चंद मुस्कुराहट में बिसरा दिये जाते गम के बाद तुम मैं आप यही लहजे है तबाह के पहले लक्षण चंद मुस्कुराहट में बिसरा दिये जाते ...
मैं समझ रहा था उसको वो जो बात कर रही थी।। मैं समझ रहा था उसको वो जो बात कर रही थी।।
शायरी इसलिए भी करता हूं और कुछ भी मैं कर नहीं सकता शायरी इसलिए भी करता हूं और कुछ भी मैं कर नहीं सकता
सारे नेता चोर है, किवाड़ लगाए रखे। सारे नेता चोर है, किवाड़ लगाए रखे।
दिल से तुझ को इश्क करता हूँ सज़ा भुगतने को भी तैयार हूँ, दिल से तुझ को इश्क करता हूँ सज़ा भुगतने को भी तैयार हूँ,
हर मोड़ पर नये सपने आते है रोज सामने हर मोड़ पर नये सपने आते है रोज सामने
धरर धरर धर धरती गाज़े, गड़ड़ गड़ड़ गड़ अंबर गाज़े।... धरर धरर धर धरती गाज़े, गड़ड़ गड़ड़ गड़ अंबर गाज़े।...
राजा हो या रंक हो सभी को याद आती है राजा हो या रंक हो सभी को याद आती है
चार दिन की जिंदगी मिली है इसे लोगों को खुश रखने में यूं ही बर्बाद नहीं है करना। चार दिन की जिंदगी मिली है इसे लोगों को खुश रखने में यूं ही बर्बाद नहीं है करना।
कभी बाहर की दुनिया से छुपना चाहते है अपने बिस्तर में कभी बाहर की दुनिया से छुपना चाहते है अपने बिस्तर में
मोर, कोयल और पपिहरा को, मधुर गान गवाता है मोर, कोयल और पपिहरा को, मधुर गान गवाता है
तेरी उस मुस्कान के पीछे छुपा दर्द गर मैं जान गया होता तेरी उस मुस्कान के पीछे छुपा दर्द गर मैं जान गया होता
हम भी तेरे प्यार में पागल, दुनिया चाहे जल जाये। हम भी तेरे प्यार में पागल, दुनिया चाहे जल जाये।
जहाँ को भुलाया तुझे याद करके मुहब्बत लगें यार कोई बला है जहाँ को भुलाया तुझे याद करके मुहब्बत लगें यार कोई बला है
सुना था इश्क नशा है, आज महसूस कर लिया, आज हसीन निगाहों से, जाम मैंने पी लिया। सुना था इश्क नशा है, आज महसूस कर लिया, आज हसीन निगाहों से, जाम मैंने पी लिया।
चकोर को चाँद की इच्छा है। मौत का साया मिलेगा या मिलन चाँद से होगा। चकोर को चाँद की इच्छा है। मौत का साया मिलेगा या मिलन चाँद से होगा।
कंकरी मार के मटूकीया फोड़त। मुझे देख भागत श्याम..... कंकरी मार के मटूकीया फोड़त। मुझे देख भागत श्याम.....
बात का क्या अंत होगा, वो बात मैं समझ पाता नहीं बात का क्या अंत होगा, वो बात मैं समझ पाता नहीं