माथे की बिंदी सा, रंग लाल रज का, मेरा सम्मान है.. माथे की बिंदी सा, रंग लाल रज का, मेरा सम्मान है..
औरत अकेली नहीं उसकी शक्ति उसके साथ है। औरत अकेली नहीं उसकी शक्ति उसके साथ है।
उसको उसी भी भांति प्रेम कर सके, उसको उसी भी भांति प्रेम कर सके,
दिखाया शौर्य और साहस रणभूमि में। दुश्मन आज भी काँपते है रानी झांसी के नाम से।। दिखाया शौर्य और साहस रणभूमि में। दुश्मन आज भी काँपते है रानी झांसी के नाम से।...
नम होती आँखें छिपाए मुस्कुराहट के वो आँसू कहलायें। नम होती आँखें छिपाए मुस्कुराहट के वो आँसू कहलायें।
तुमने एक मकान बनाया, छाया की पहल की, हमने उसे घर बनाया, उस मधु शीतलता दी, तुमने एक मकान बनाया, छाया की पहल की, हमने उसे घर बनाया, उस मधु शीतलता दी,