याद आता है
याद आता है
मुझसे तेरा वो हमेशा मेरा साथ निभाने को वादा करना
और हर चीज़ की तरह इसे भी तोड़ कर चले जाना
आज भी मुझे तेरी याद आती है मुश्किल है तुझे भुलाना
कहती थी मुझे मोहब्बत है तुझको तो क्यों चली गई जाना?
तेरा वो मेरे साथ पहली बार घाट पर मिलना
घाट की सीढ़ियों पर बैठ कर घंटों बतियाना
एक दूसरे के साथ बनारस की गलियों में घूमना
बाबा विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा के दर्शन को जाना
गौदोलिया पर तेरे साथ में खरीददारी करना
और तेरा वो मेरी पसंद के झुमके खरीदना;
अपनी बालों की लटों को कान के पीछे ले जाना
और बड़ी ही अदा से मेरे दिए हुए झुमके दिखाना
तेरा वो भरे बाज़ार मेरा चुपके से हाथ थामना
और मेरे देखते ही तेरा शर्मा करके नज़रें चुराना
तेरा वो मेरी चाय को ना जाने क्यों नापसंद करना
मगर फिर भी तेरा मेरे ही कुल्हड़ में से चाय पीना
मेरे होंठों पर सिगरेट देख कर तेरा गुस्सा होना
और अपने उन होंठों को फिर मेरे होंठों से लगाना
मिलने बुला कर मुझको तेरा वो खुद देर से आना
और मेरे नाराज़ होने पर मेरे माथे को चूम कर मनाना;
तुम्हें अपने साथ जबरदस्ती गंगा आरती देखने ले जाना
और वहां पर हमारे नाम से तुम्हारा दीये प्रवाहित करना
मुझसे तेरा वो हमेशा मेरा साथ निभाने को वादा करना
और हर चीज़ की तरह इसे भी तोड़ कर चले जाना
आज भी मुझे तेरी याद आती है मुश्किल है तुझे भुलाना
कहती थी मुझे मोहब्बत है तुझको तो क्यों चली गई जाना?