डर लगता है
डर लगता है
डर लगता है साजन अब तुमसे दूर न हो जाए
होना पड़े कभी दूर हमें इतने मजबूर न हो जाए
तू प्यार मेरा तू ख़ुदा मेरा तुझसे ही जीवन मेरा
तेरे सानिध्य में सजना हमें कहीं गुरुर न हो जाए..
उफ्फ्फ ! दिलकश सी हैं ये तेरी शरारतें-हरकतें
तेरी मोहब्बत का मुझपर कहीं सुरूर न हो जाए..
सुनिए सम्भाल लीजियेगा मुझे सीने से लगाकर
पाकर बेपनाह मोहब्बत तेरी मगरूर न हो जाए..
देखो कैसे बावला मन मुसलसल तुझको पुकारे
कहीं शहर मे तेरे नाम से हम मशहूर न हो जाए..
इश्क़ का नशा दिल पे छाकर चेहरा मेरा निखारे
तेरे आगोश में सजकर कहीं हम हूर न हो जाए..
छवि आपकी दिन पर दिन दिल मे करती सवेरा
इंद्रधनुष के रंग सा खिलकर पुरनूर न हो जाए..
ऐसे छूती तेरी निगाहें जैसे तपती भू पर बारिश
तेरी आशिकी के असर से माहेनूर न हो जाए..
आईना हूँ मैं आईना से नाज़ुक दिल है मेरा ये
सदा ध्यान रखना कि ये चकनाचूर न हो जाए।

