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अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Romance

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अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Romance

डर लगता है

डर लगता है

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डर लगता है साजन अब तुमसे दूर न हो जाए

होना पड़े कभी दूर हमें इतने मजबूर न हो जाए


तू प्यार मेरा तू ख़ुदा मेरा तुझसे ही जीवन मेरा 

तेरे सानिध्य में सजना हमें कहीं गुरुर न हो जाए..


उफ्फ्फ ! दिलकश सी हैं ये तेरी शरारतें-हरकतें 

तेरी मोहब्बत का मुझपर कहीं सुरूर न हो जाए.. 


सुनिए सम्भाल लीजियेगा मुझे सीने से लगाकर 

पाकर बेपनाह मोहब्बत तेरी मगरूर न हो जाए.. 


देखो कैसे बावला मन मुसलसल तुझको पुकारे 

कहीं शहर मे तेरे नाम से हम मशहूर न हो जाए.. 


इश्क़ का नशा दिल पे छाकर चेहरा मेरा निखारे

तेरे आगोश में सजकर कहीं हम हूर न हो जाए.. 


छवि आपकी दिन पर दिन दिल मे करती सवेरा 

इंद्रधनुष के रंग सा खिलकर पुरनूर न हो जाए.. 


ऐसे छूती तेरी निगाहें जैसे तपती भू पर बारिश 

तेरी आशिकी के असर से माहेनूर न हो जाए.. 


आईना हूँ मैं आईना से नाज़ुक दिल है मेरा ये 

सदा ध्यान रखना कि ये चकनाचूर न हो जाए।


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