STORYMIRROR

अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Tragedy Inspirational Others

4  

अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Tragedy Inspirational Others

बिजली सी गिर गयी मुझ पर

बिजली सी गिर गयी मुझ पर

1 min
354


जब जब रूप बदलते देखा

मनु से मनु को छलते देखा

अपनों के मुख में गैर मिले

तब बिजली सी गिर गई मुझपर..


जब हालातों ने करवट ली

जब छायी दुःख की बदली

जब धोखा खाया अपनों से

तब बिजली सी गिर गई मुझ पर..


जब जब बेड़ी बांधी पैरो में

जब माँ तात भी हुए गैरों में

जब भीषण तन्हाई गूँजें उर

तब बिजली सी गिर गई मुझ पर


जब कटुता है मिली रागों में

जब विष दिखा निज नागों में

जब भी अपना ही साया रूठा

तब बिजली सी गिर गई मुझ पर..



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy