कुछ देर से भी न मिल सकीं कुछ हालातों के परवान सी चढ़ती रहीं। कुछ देर से भी न मिल सकीं कुछ हालातों के परवान सी चढ़ती रहीं।
बात सारी हालातों पर आकर ठहर जाती है मेरी किस्मत की लकीरों में ही नहीं हो बस! बात सारी हालातों पर आकर ठहर जाती है मेरी किस्मत की लकीरों में ही नहीं हो बस!
कभी तो कोई आंधी ले आएगा, धरा पर वो ही इंसान जो बहुत डरता है, बहुत डरता है। कभी तो कोई आंधी ले आएगा, धरा पर वो ही इंसान जो बहुत डरता है, बहुत डरता है।
गुरु है वो टिकिया जो सारे मैल निकाल दे गुरु है वो टिकिया जो सारे मैल निकाल दे
वैसे ही उम्मीदें भी पूरी होते-होते अधूरी रह जाती हैं। वैसे ही उम्मीदें भी पूरी होते-होते अधूरी रह जाती हैं।
टूटना तो रस्म अदायगी समझते हैं, आजकल सभी, मिल कर बिखर जाये, तो फिर हालiतों क्या कहना ! टूटना तो रस्म अदायगी समझते हैं, आजकल सभी, मिल कर बिखर जाये, तो फिर हालiतों क्...