चल आज हम भी प्यार करे।
चल आज हम भी प्यार करे।
चल आज हम भी प्यार करें,
चल आज हम भी प्यार करें,
और आज मिलकर वो सभी हदें पार करें,
चल आज मोहब्बत बेशुमार करें।
मैं जानता हूँ की
मैं जानता हूँ की,
कुछ बाते तुमसे कहने से डरता हूँ,
पर हजारों दफा तुम पर ही मरता हूँ,
क्यों ?,
क्योंकि मैं तुम्हें बेइंतहा प्यार करता हूँ।
बात कहने की तो,
बात कहने की तो बहुत कोशिश करता हूँ
लेकिन बात मुंह तक आते ही खुद को
रुक जाने के लिए कह देता हूँ।
शायद मुझे लगाता है की
इस सब का और कुछ कारण नहीं
बल्कि बस मैं तुम्हें खो देने से डरता हूँ।
चल आज हम भी प्यार करें,
चल आज हम भी मोहब्बत बेशुमार करें।
अगर आज भी आँखें बंद करूँ मैं अपनी,
अगर आज भी आँखें बंद करूँ मैं अपनी,
तो दिखता मुझे तू ही मेरा हाथ पकड़े।
और तेरी हाथ की छोटी उंगली
मेरे हाथ की छोटी उंगली को ऐसे जकड़े,
जैसे उन्हें भी डर हो हमारे अलग होने का।
पर डर जो भी हो,
चल आज हम भी प्यार करें,
आ मिलकर सारी हदें पार करें,
चल एक दूसरे को मोहब्बत बेशुमार करें।
चल आज हम भी प्यार करें,
चल आज हम भी प्यार करें,
चल आज हम भी मोहब्बत बेशुमार करें,
चल आज हम भी मोहब्बत बेशुमार करें।।