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Abhishu sharma

Fantasy

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Abhishu sharma

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चाँद -चकोर की प्रेमकथा

चाँद -चकोर की प्रेमकथा

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 अपनी चांदनी पर , रौशनी पर है अपनी इतना इतराता 

 बारिश में बादलों की ओट से जगमगाता ,

 तूफ़ान उठती इन आजमाती  हवाओं संग अठखेलियां करता

 गुलशन में तितली सा स्वच्छंद जीवन का रसपान करता , 

यह चाँद,

करोड़ों ख्वाहिशों का हमदम ,

अनगिनत-असीमित ख़्वाबों का ताज माथे सजाता कभी

आज खिसिया कर तन्हाई की गलियों में कहीं गुम है , अभी

चकोर का सपना तो पूरा नहीं हो गया कहीं।   


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