बिंदास जिओ
बिंदास जिओ
तुम मानो या ना मानो
हम तो सुना के रहेंगे ,
आज - कल हम बहुत पॉपुलर है,
बता के रहेंगे।
एक रिपोर्टर ने ताज़ा-ताज़ा
ख़बर दी
मुहल्ले भर की सारी न्यूज़
हमारे सामने लाकर रख दी,
सुन के बड़ी खुशी हुई,
जान के बड़ा आनंद आया
कि गली की औरतों के बीच
हमारे गेटअप को
लेकर बोलबाला हुआ।
हमनें भी घर पहुंच कर,
अपने आप को आईने के सामने
खूब निहारा या ख़ुदा
किचन में जा कर
फट से नजर को उतारा।
कसम से बदलाव तो
बड़ा पॉजिटिव है
उन औरतों का चिड़ना
भी स्वाभाविक है,
शुक्रगुजार होना चाहिए
उन सबको हमारा
हमने तो उनको मुद्दा दिया है,
सास-बहू से हट कर बात करने का,
पर सब की सब ऐसे देखती हैं
जैसे हमनें क्या जुर्म कर दिया।
कसम से अब बहुत ख़ुशी होती है,
जब अपने बारे में कुछ नेगेटिव सुनते हैं,
समझ आ जाता है कि
अपनी गाड़ी सही ट्रेक पर है,
पीछे से बात करने के लिए
जो इतने लोग खड़े हैं।
तुम मानो या ना मानो
पर ये सच है ,
अपने तरीके से जीना शुरू कर दो तो
जानें क्यों लोगों को लगते" दस्त" है।
साड़ी, सूट लपेट कर बैठो तो
भी कौनसी तारीफ़ कर देते हैं
तो जींस और टीशर्ट में जो निकल गए,
थोड़ा नाच, गा क्या लिए, तब से
कसम खा कर कहते हैं।
सबके घरों में न्यूज़ की भांति
चर्चाओं का हिस्सा बने हुए हैं।
मानो तो एक बात बोले
दुनिया जाए भाड़ में,
सब के दिल में ये ख्याल ज़रूर आता है,
अपने लिए भी जीना शुरू कर दे तो
मज़ा बहुत आता है,
ना मानो तो तुम्हारी मर्ज़ी।