STORYMIRROR

shivendra 'आकाश'

Romance Fantasy

3  

shivendra 'आकाश'

Romance Fantasy

बिन मौसम बारिश न भेजो

बिन मौसम बारिश न भेजो

1 min
507

देखा घिरते उजले आसमानों को,

काले बादलों को, तेरे इरादों को,


तेज हवाएँ ले आती संग जिसको,

जैसे उसकी जुल्फ़े लुभाती मनको,


बिन मौसम के भी मौसम बन जाते,

तेरे आने से यहाँ संगम बन जाते,


बनाकर बादलो को संदेश न भेजो 

ए सजनी बिन मौसम बारिश न भेजो।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance