STORYMIRROR

"भोला सा चेहरा"

"भोला सा चेहरा"

1 min
383


तितली सा पर तोल गया,

भोला सा चेहरा,

कितने सपने घोल गया,

भोला सा चेहरा।

बिन कहे, कुछ ,

जागी-सोयी आंखों से,

कितनी बातें बोल गया,

भोला सा चेहरा।

लाख छिपाओ ,

भेद जिया के, खोल गया ,

भोला सा चेहरा ।

मुश्किल से जब भी आंख लगी,

बस आंखों में डोल गया ,

भोला सा चेहरा ।

कौना-कौना जगमग ,

है ,दीवाली सा,

मन को कहीं टटोल गया,

भोला सा चेहरा ......।

.


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance