भारी पोटली
भारी पोटली
रिश्तो की पोटली जितनी भारी,
उतनी ही हल्की।
जितनी मजबूत ,उतनी ही नाजुक।
ना जाने को पोटली
तन मन से बन जाए ?
ना जाने किस बात पर
खुल कर बिखर जाए।
जिसे जितना लगाव उससे
गुस्सा भी ज्यादा है,
रिश्तों की पोटली की
यह भी एक परिभाषा है।
उम्र गुजर जाती है
रिश्ते संभलते नहीं,
रिश्तों के बगैर
लोग चलते नहीं।
बड़ी कीमती है
इसे खो ना देना,
रिश्तो की फोटली,
रिश्तो की पोटली।
