मन को मेरे सकून पहुँचाती ये आँसू। मन को मेरे सकून पहुँचाती ये आँसू।
अपनी ढाल मैं खुद हूँ, आत्मनिर्भर बनने दो मुझे। अपनी ढाल मैं खुद हूँ, आत्मनिर्भर बनने दो मुझे।
यकीन तो उनका करो जो अपना कीमती वक्त आपको देते हैं!! यकीन तो उनका करो जो अपना कीमती वक्त आपको देते हैं!!
व्यापार समझ के उसने, हर चीज़ का वो दाम कर गया। व्यापार समझ के उसने, हर चीज़ का वो दाम कर गया।
जिस दर्द को छुपा कर रखा था जो इशारे समझ ना सका कभी जमाना जिस दर्द को छुपा कर रखा था जो इशारे समझ ना सका कभी जमाना
कड़वा है, फीका है, शिकवा क्या कीजिए, जीवन समझौता है, घूँट-घूँट पीजिए।। कड़वा है, फीका है, शिकवा क्या कीजिए, जीवन समझौता है, घूँट-घूँट पीजिए।।