प्यार का मोल
प्यार का मोल
अलफ़ाज़ उसने ऐसे बोले,
की सलफ़ाज़ का काम कर गया
बिन बोले जो कहना था,
ऐसा वो जग में नाम कर गया
कीमती थे मेरे जज़्बात,
जिसका कोई मोल न था,
व्यापार समझ के उसने,
हर चीज़ का वो दाम कर गया।
अलफ़ाज़ उसने ऐसे बोले,
की सलफ़ाज़ का काम कर गया
बिन बोले जो कहना था,
ऐसा वो जग में नाम कर गया
कीमती थे मेरे जज़्बात,
जिसका कोई मोल न था,
व्यापार समझ के उसने,
हर चीज़ का वो दाम कर गया।