वो कहती थी, कोई किसी के बगैर मरता नहीं है, वो कहती थी, कोई किसी के बगैर मरता नहीं है,
उम्र गुजर जाती है रिश्ते संभलते नहीं, रिश्तों के बगैर लोग चलते नहीं। उम्र गुजर जाती है रिश्ते संभलते नहीं, रिश्तों के बगैर लोग चलते नहीं।
मां तू जानती है कि नहीं आज भी मुझे अंधेरे से डर लगता है तेरा हाथ पकड़ कर सोने को मेरा मां तू जानती है कि नहीं आज भी मुझे अंधेरे से डर लगता है तेरा हाथ पकड़ कर सोने...