गिले शिकवे करो खुलकर हमारी बात रहने दो, पता है एक दिन खुद ही तुम मुझसे माफ़ी मांगोगे। गिले शिकवे करो खुलकर हमारी बात रहने दो, पता है एक दिन खुद ही तुम मुझसे माफ़ी म...
हम भारतीय हैं साहब एक से मिले एक तो ग्यारह होते हैं। हम भारतीय हैं साहब एक से मिले एक तो ग्यारह होते हैं।
यह दिन ना दिखाएं किसी प्यार करने वालों के बीच यह मजहब ना आए। यह दिन ना दिखाएं किसी प्यार करने वालों के बीच यह मजहब ना आए।
पर वो कभी हाथ नहीं लगाती है। पर वो कभी हाथ नहीं लगाती है।
कोई लाख पूजता हो यहाँ पहाड़ को फिर भी कहीं तो इंसानियत की कमी सी लग रही है। कोई लाख पूजता हो यहाँ पहाड़ को फिर भी कहीं तो इंसानियत की कमी सी लग र...
इक दिन तो उसे मेरे प्यार की कद्र होगी। इक दिन तो उसे मेरे प्यार की कद्र होगी।