बात पते की
बात पते की
चुनावी सभायें बहुत चिल्लायें,
समस्याओं को वहीँ निबटाएँगे
बात पते की...याद ये रखना
बाद में वादे,सब धरे रह जायेंगे
दोषी भी सब निर्दोष बने रहेंगे
निर्दोष अदालत में चक्कर खायेंगे
बात पते की...याद ये रखना
घोटाले सबके,नया दौर लायेंगे
मौन व्रत का फल बहुत मीठा
आवाज़ उठी तो मारे जायेंगे
बात पते की याद ये रखना
अब पशुता इंसान दिखलायेंगे।